Saturday, January 11, 2014

ये शब्द... (हिंदी को नमन)

आज के युग में खो सी गई अपनी पहचान है,
मैं एक हिन्दू हूँ, और हिंदी ही मेरा प्रमाण है 
ये शब्द सिर्फ उस महान लिपि का गुणगान है 
जिन से बना ये, हिंदी, हिन्दू और हिंदुस्तान है

मैं तो सिर्फ उस महान कला का पुजारी हूँ 
कभी रुलाता, तो कभी हंसाने वाला इक मदारी हूँ
उस सरस्वती का, बस इतना सा एहसान है
कि सौ करोड़ लोगो में, कहीं मेरा भी निशान है

ये शब्द......


© #KCopyRight #KishorPoetry मैं इक शायर बदनाम ©

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